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समुद्र के कुछ डरावने जीव


समुद्र के कुछ डरावने जीव

समुद्र अपने अंदर ढेरों राज छुपाए बैठा है इंसान समुद्र को आज तक सिर्फ 5% ही एक्प्लोर कर पाया है खासतौर से गहरे समुद्र को यहां ऐस से डरावने जीव मिल जाएंगे जिनके बारे में पता चलने के बाद आप समुद्र के पास जाना ही नहीं चाहेंगे  इससे पहले सौ बार सोचेंगे यहां तक कि कई जिओ के बारे में तो पता लगने के बाद भी हमारे पास उनके बारे में पूरी जानकारी मौजूद नहीं है तो चलिए जानते हैं कुछ ऐसे ही समुद्र की गहराई में पाए जाने वाले बेहद अजीब और डरावने जीवो के बारे में ।

What...?

Sorry for that I can't write Hindi so well so please cooperate.


गार्डन इन अधिकांश गार्डन इन इंडो पेसिफिक में रहते हैं लेकिन कुछ भी जातियां अटलांटिक महासागर और पूर्वी पहचानती गरम भागों में पाई जाती है की डरावनी तो नहीं लगती लेकिन अपने विचित्र व्यवहार से अपनी तरफ ध्यान जरूर खींच दिया उनकी खासियत यह है कि ये
समुद्री तल पर छेद बनाकर 100 से लेकर बाहर इनकी ग्रुप में वही अंदर रहती है भूख लगने पर जब यह सभी क्षेत्र से बाहर आती है अपने शरीर का अधिकांश भाग दल में ही छुपा कर रखी है अंडर ग्राउंड बने रहने के लिए यह अपने शरीर पर कैसे निकालती है जो ने गोंद की तरह या कहें किसी लांच की जड़ की तरह से कैसे जोड़े रखता है जब भी पानी के बहाव से लहर आती है तो देखने से ऐसा लगता है मानो गार्डन में घास हवा से हिल रही हो इसलिए इनका नाम गार्डन की पड़ा कई बार तो देखने में ऐसा लगता है कि मानव सपेरे की धुन पर कई सौ सांप एक साथ घूम रहे हो अब तक सबसे लंबी गाड़ी 4 फुट तक की पाई गई है अलग-अलग पीसीएस का कलर अलग अलग होता है इनकी कॉलोनी कई बार 1 एकड़ तक की एरिया में फैल जाती है और यह प्लाई के टोन खाकर अपना गुजारा करती है अपना चित कभी नहीं छोड़ती और खतरा होने पर तुरंत अपना मुंह दोबारा नीचे तल में छुपा लेती है इसलिए इन्हें पकड़ना भी बहुत मुश्किल है।
मैक्स वेल ऑफिशियल ऑफिशियल गहरे समुद्र की एक बेहद अजीब डरावनी मछली है यह मछली के आकार से बड़ी मछली को खाने की काबिलियत रखती है अब आप सोच रहे होंगे ऐसा कैसे हो सकता है कोई जी बहुत से बड़ा जू कैसे खा सकता है लेकिन यही सच है सिर्फ इतना ही नहीं अपनी बड़ी मछली तक को पूरा निकल जाती है अपने कमाल की पूरा खुलने वाले जब बड़े हो स्ट्रेचेबल पेट की मदद से करती है जिसमें इस के नुकीले दांत शिकार को अंदर धकेलने और पकड़ बनाने में मदद करता है शिकार को निकले जाने के बाद पेट फैला शुरू हो जाता है जिसे शिकार को उसमें साफ साफ देखा भी जा सकता है 2007 ग्रैंड कैनयन में एक 19 सेंटीमीटर लंबी ब्लैकवेल ऑफिस को मरा पाया गया कि पेट में एक मरी मछली थी जो 86 सेंटीमीटर लंबी थी यानी की मछली से 4:30 * लंबी अब आपको इसके मरने की वजह भी बताते हैं दरअसल इस मछली के साथ होता यह है कि अपने से बड़ी जीव को  निगल तो लेती है लेकिन इससे पहले कि वह पूरा ऐसे डाइजेस्ट करें उससे पहले ही शिकार डीकंपोज होने लगता है जिस वजह से गैस निकलती है जो इस 9000 फीट की गहराई में रहने वाली मछली को समुद्र की सतह पर ले जाती है जिसकी मौत हो जाती है मौत से फॉर बी इड फॉर्म समुद्र के गहरे पानी में रहने वाला एवं एक राक्षस के समान खतरनाक शिकारी है उसकी लंबाई 4 इंच से लेकर 6 फीट तक हो सकती है लेकिन अब तक का सबसे लंबा बॉबी 9581 लंबा था कितने बड़े शरीर को अब खाना भी अच्छा खासा चाहिए इसके लिए बेहद खौफनाक तरीका अपनाता है यह तल पर बोरिंग करके अपने लंबे शरीर को नीचे गहराई में छुपा लेता है और सिर्फ बाहर रखता है जिसने आप जैसे स्ट्रक्चर होता है जैसे ही कोई मछली या दूसरा जी वहां से गुजरता है इसके संसद से से पता चल जाता है और यह झपट कर उसे पकड़ लेता है और अंदर गहराई में खींच ले जाता है । इसमें कुछ फर्क नहीं पड़ता है किसका शिकार कौन है चाहे वह मोदी हो या खतरनाक बहरी बीच कौन से या फिर भले ही वो खुशी हो वैसे तो समुद्र में पाए जाते हैं लेकिन 2009 में इंग्लैंड के 200 लीटर के क्यूरिंग क्यूरिंग में अचानक से मछलियों की तादाद में कमी आने लगी तब इसका पता लगाने के लिए कर्मचारियों ने ईश्वर इन को खोला तब पता चला कि इसमें 4 फुट लंबा बॉबी और मौजूद है जिसे आप अभी स्क्रीन पर देख रहे हैं जो कई सालों से छुपकर उसमें रह रहा था और धीरे-धीरे बड़ा होता गया और साइज बड़ा होने के कारण उसने मछलियों का शिकार भी ज्यादा शुरू कर दिया दीप्ति ड्रैगन से यह गहरे समुद्र में रहने वाली ड्रैगंस है जो करीब ढाई सौ से 5000 फीट नीचे समुद्र के अंदर रहती है ऐसे स्केललेस ड्रैगनफिश के नाम से भी जाना जाता है यह काफी सुरूर है इस विषय शरीर के मुकाबले इसके दत काफी बड़े और ट्रांसपेरेंट होता है साइंटिस्ट के अनुसार इससे पारदर्शिता ग्रेट वाइट शार्क और फिर आना से भी ज्यादा खतरनाक और मजबूत है क्योंकि यह नैनो साइज क्रिस्टल से बने हालांकि खतरनाक मछली की साइज काफी छोटी है इसका साइज महज 15 सेंटीमीटर है एक मछली के दांत के अलावा दूसरी सबसे खास बात कि यह बायोल्यूमिनिसेंस एबिलिटी के द्वारा खुद लाइट यूज कर सकती है इसके आंख के नीचे दो स्पॉट होता है जिसमें से एक का कलर लाल होता है और जब यह अपनी लाइट एबिलिटी का इस्तेमाल करती है तो इस बार लाल रंग में चमकता है वह दूसरी नीले रंग में जो दिखने में काफी दिलचस्प है ऐसी लाइट शिकार को अट्रैक्ट करने में मदद करती है लेकिन सिर्फ इतना ही नहीं साइंस SA1 रेयर फुटेज में यह देखकर हैरान रह गए कि अपने पूरे शरीर में लाइव पीडी कर सकती है लेकिन ऐसा यह शिकारी को डराने के लिए करती है लेकिन मकसद से इसकी जानकारी मौजूद नहीं है ज्यादा गहराई में रहने के इनके बारे में भी अभी ज्यादा रिसर्च नहीं हो पाई है एशियन शिफ्टेड व्हाट्सएप अब हम आपको मिल जाएंगे कैसी मछली से जिसके बारे में जानकर आप जरूर तंग होने वाले इस मछली का चेहरा कुछ कुछ इंसान की तरह दिखता है इंसानों की तरह उसके होंठ भी है और होठों के पीछे छिपे हुए दांत भी बेलसेशे आकार में फीमेल से काफी बड़े होते हैं जिनकी लंबाई करीब 3 फीट और वजन 15 किलो हो सकता है लेकिन जो फीमेल फिश की उम्र 10 साल से ज्यादा हो जाती है तो एक निश्चित आकार में आकर रुक जाती है तब कुछ चौंकाने वाला वाकया करता है तब दरअसल कुछ महीने के समय में फीमेल फिश में कुछ ऐसे हार्मोन चेंज होते हैं जिसकी वजह से फीमेल फ्रेश पूरी तरह बेल पर समझ जाती है जो साइज में बाहर मौजूद मेल से भी बड़ी होती है तब दोनों मेल में उस एरिया में वर्चस्व की लड़ाई होती है यानी एक शिप हेड ऑफिस के अंदर दोनों शख्स ऑर्गेनों पहली बार इस अनोखी ट्रांसफॉरमेशन को 2017 में जापान के जादू दीप में बीबीसी अर्थ गुरुद्वारा कैमरे में कैद किया गया वैसे आपको बता दें 82 साल की जापानी स्कूबा डाइवर फिर यूपी आरा के दोस्त एक ऐसी ही सीट से है हीर यूपी और इस मछली की दोस्ती लगभग 30 साल पुरानी है और वह जब चाहते हैं इस मछली से मुलाकात करने पहुंच जाते हैं कि मछली इतनी समझदार है कि हर यूपी के घंटी बजाते ही इसे इनके आने का पता चल जाता है क्योंकि काफी देर तक इनके साथ समय बिताते हैं और उन्हें किस भी करता है फिर यूपी के मुताबिक उनकी और इस मछली की मुलाकात तब हुई जब भी टोक्यो के अंडर वाटर पार्क में उन्होंने 56 फीट गहरा गोता लगाया था उन्होंने देखा कि मछली एक मुसीबत में और अपने खाने तक नहीं पहुंच पा रही है ऐसे में वीडियो क्यों नहीं उसे एक हफ्ते तक पानी के नीचे जाकर केकड़े खिलाने शुरू कर दिए फिर इन दोनों में दोस्ती हो गई कोलोस्सल स्क्विड आमतौर पर स्पीड सेंटीमीटर तक बड़ा होता है और इंसानों से खाना बहुत पसंद करता है खासतौर पर जापान। लेकिन जिस स्पीड की बात अब मैं करने वाला हूं शायद खुद कई इंसानो का आसानी से निकल ले कोलोस्सल स्क्विड एक विशाल गहरे समुद्र में रहने वाला प्राणी है जो 750 किलोग्राम और 15 मीटर यानी 50 फुट लंबे आकार तक पहुंच सकता है औसत हाथी लगभग शेफर्ड 5 मीटर लंबे होते हैं लेकिन यह हाथी के आकार से भी दुगना है इस वीडियो नाभिक कहानियों को सत करते मालूम पड़ते हैं जिसमें विशालकाय राक्षसों की तरह बड़े स्वीट अपने टैक्टिकल से पूरे जहाज को पानी के नीचे खींच लेते हैं वैसे तो यह इतनी गहराई में रहते हैं कि शायद ही कभी सतावर दिखाई देते हैं हालांकि कोलोस्सल स्क्विड कभी-कभी ऊपर भी दिखाई देते हैं न्यूजीलैंड में मछली पकड़ने वाले ना द्वारा 2007 में पहली बार इस विशालकाय स्पीड को रिकॉर्ड किया गया शुरू में इसकी लंबाई 4 पॉइंट 5 मीटर यानी 15 फीट मापी गई और इसका वजन साढे 400 किलोग्राम यानी 990 पाउंड था बाद में स्पीड को वैज्ञानिक अध्ययन के लिए न्यूजीलैंड ले जाया गया बाद में नमूने पर किए गए एक अध्ययन से पता चला इसका वजन 495 किलोग्राम था लेकिन टेंटाकल्स के सिकुड़ने के कारण पोस्टमार्टम एस की कुल लंबाई कम होकर 4 पॉइंट 2 मीटर यानी 14 फुट मापी गई लेकिन अब वैज्ञानिकों के पास ऐसे विशेष कैमरे पाए जाते हैं जो उन्हें पानी के नीचे कैप्चर कर सकते हैं उम्मीद है हमारे द्वारा दी गई जानकारी आपको जरूर पसंद आई होगी ।
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